लक्षय

by 10:11
खवाब है  बड़े - बड़े , लक्षय  भी  है  बड़े - बड़े, इरादे भी  है  बड़े - बड़े, दावे भी  है  बड़े - बड़े। पथ पे चलते रहे, पथ पे गतिमान रहे, लक...Read More

साक्षरता

by 22:32
मैं छुटकी  प्रातः उठ जाती  माँ घर का कम करती  मैं माँ का हाथ बटाती ।  जब माँ बाजार जाती  मुझे भी साथ ले जाती  मैं बच्चो को पढ़ते देखत...Read More

आदर्श का उत्कर्ष

by 00:49
शिक्षिकों ने पढ़ाया, किताबो में पढ़ा, सबने यही सिखाया, लेकिन कल्पना मात्र, आदर्श धरा का धरा रह गया । बचपन से सुनता आया, गानो में गुनगु...Read More
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